दरभंगामे एक शो 94 टका कमेलक जट-जटीन, कतय गेलाह जय-मिथिला करय वला?

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    दिल्ली-मिथिला मिररः जखन कखनो सोशल मीडियाकें खोलब त सहज रूप सं जय मिथिला, जय मैथिली, जयति मिथिला, इत्यादि शब्दक जय घोष केनिहारक कमी नहि अछि। मिथिला राज्य गठनक लेल दिल्ली, पटना, कोलकातामे सिविरक आयोजन कैल जाइत अछि। गाड़ी पर नमहर-नमहर साइन बोर्ड लगैत अछि जे हम फल्लां पार्टीक राष्ट्रीय अध्यक्ष, त प्रदेश अध्यक्ष छी, एतबे नहि देश भरिमे मिथिला-मैथिलीक नाम पर विभिन्न तरहक संस्थाक गठन कऽ अपन पहिचान बनेवाक सतत कोशिश होइत रहल अछि।
    बहुतों कें स्वयं कें बिहारी कहेवा पर ऐतराज छैन्हि त कतेको गेटोक परिवार मिथिला-मैथिलीक नाम पर चलि रहलनि अछि। एतबे नहि किछु गोटे त एहन-एहन दलील दैत छथि जे मिथिला बिहारक हिस्से नहि। उपरोक्त वाक्य अहि लेल लिखलौह कारण मिथिलाक सांस्कृतिक धरोहर रूपी लोकनृत्य जट-जटीन पर बनल हिन्दी सिनेमा जाहिमे कि हिन्दी आ मैथिलीक सुंदर सन प्रयोग कैल गेल अछि मुदा ओ जखन लाख परेशानीक बाद दरभंगाकऽ नेशनल सिनेमा मे लगाओल जाइत अछि त 20 जून केर सांझ 6-9 बजे केर शो मे हाॅल केर पूरा कलेक्शन 94 टका छल।
    फिल्म निर्माता अनिल पतंग मिथिला मिररक संपादक ललित नारायण झा केर फोन कऽ अहि बातक जानकारी देलिन। अनिल पतंगक बातचीत मे आशा कम निराशा बेसी झलकि रहल छलनि। बकौल अनिल, हम दरभंगाक समस्त गणमान्य व्यक्ति सं अहि सिलसिलामे बात केलौह। 17 जून कऽ नेशनल सिनेमामे अहि फिल्म लगेवा सं पूर्व एकटा नीक संवाददाता सम्मेलन सेहो रखलौहि जाहिमे तमाम स्थानीय अख़बार हमरा बढ़ि चैढ़ कऽ जगह देलक। अखबार सब त एकरा अहि तरहें लिखलक जे जट-जटीन फिल्म नहि मिथिलाक लेल एकटा नव क्रांति आनत, मुदा परिणाम की भेल?
    अनिल कहला जे हमरा सब दरभंगाकें मिथिलाक राजधानी बुझैत रहलौह अछि मुदा दरभंगामे जौं एहन स्थिति रहल त फेर कियैक लोक मैथिली विषय वस्तु पर सिनेमा बनाओत? लोक सिनेमा देखय त ऐबे नहि केलाह, उपर सं इहो कहैत रहला जे नेशनल सिनेमा आॅटसाइडमे अछि, ओहिठामक व्यवस्था ठीक नहि छैक इत्यादि-इत्यादि। इ व्यथा अनिल पतंग मात्र नहि इ व्यथा मिथिला-मैथिलीक थिक। शर्म करौथ ओ व्यक्तिलोकनि से सोशल मीडिया पर लिखैत छथि जे मिथिलाक संस्कृति बिहारक धरोहर कोना भेल? इ कहबा मे कनियो अतिश्योक्ति नहि जे मिथिला शोषण, मिथिले कें तथा कथित मैथिल द्वारा होइत अछि।
    मिथिला-मैथिलीक नाम पर संस्था चलौनिहा व्यक्ति सब कार्यक्रम कऽ नेता सबहक संग फोटो खिंचा ओकरा सोशल मीडिया पर दऽ अपन राजनीति त चमकाबैत छथि, मुदा एहन-एहन समय पर सोशल मीडिया पर दू शब्द टिपनिहार बड़का-बड़का मोछ वला सब कतय गेलाह, जखन दरभंगा सन जगह पर कोनो मिथिला-मैथिली सं जुड़ल विषय-वस्तुकें एहन उपेक्षा भेटैत अछि तखन?