बैंकिंग प्रतियोगिता परिक्षाक तैयारी केना करी- राकेश झा ‘जीएस गुरु’

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    मिथिला मिरर प्रायः आब हर दिन किछु ने किछु विशेषांक अपने लोकनिक लेल अनवाक लेल कोशिश मे अछि। अहिक्रम मे प्रत्येक बृहस्पतिदिन कैरियर सं संबंधित अंक लय अपने लोकनिक सोंझा आबि रहल अछि। अपने लोकनि कें कैरियरक मूल मंत्र देवाक लेल ‘जीएस गुरू-राकेश झा’ आइ हमरा लोकनिक बीच छथि। त अपना भाषामे पढू अपन कैरियर सं जुड़ल जटिल सं जटिल प्रश्नक सहज उत्तर।

    आजुक दिन प्रतिदिनक बदलैत एग्जामिनेशन पैटर्न के यदी निरीक्षण करी त एकटा बात बिल्कुल स्पष्ठ रुपे देखबा में आईब रहल अय जे आबक एग्जाम में प्रश्न के रिपिटेशन नय के बराबर अय । खास क बैंकिंग एग्जामक त बाते नय पूछु जहिया स IBPS द्वारा ई एग्जाम लेनाई शुरू करल गेल अय , ई कहनाय बहुत मुश्किल भ गेल अय जे कोन प्रकारक प्रश्न कई पैटर्न पर अगला एग्जाम में आयत । जतअ तक हमर अनुभव कहैत अय जे आबक एग्जामक तैयारी छात्र सब सेलेक्टिव भ क नय करैत त एग्जाम में बढ़िया परफॉर्म करता । छात्र के चाही जे ओ बैंक या एसएससी या रेलवे आदि के ध्यान में राइख क तैयारी नय क सब्जेक्ट के ध्यान में राइख तैयारी करैत जे फल्लां चैप्टर स केहनो प्रश्न घुमा क पुछै ओ जबाब द सकैत छाईत । एक बेर यदी अय तरहे ओ सिलेबस के कंप्लीट क लेला त फेर हुनक कॉन्फिडेन्स सातम आसमान पर हेतैन आ ओ कोनो प्रश्न के नीक जँका हल क लेता ।
    आब रहल बात सिलेबस के अकॉर्डिंग अलग अलग विषय के तैयारी केना करी त एकर शुरुआत हम अंग्रेजी स करब कियैक त इ ऐहन भूत अय जे बिना मतलब के सब के डरेने रहैत अय । यदी हम अंग्रेजी स दूर नय भागी बल्कि ओकरा जतअ तक होई अपन दैनिक बोलचाल में व्यवहारिक रूप स शामिल क ली त अंग्रेजियो ओतबे आसान भ जायत जतेक आसान मैथिली अपना सब लेल अय । आब रहल बात जे एकरा आसान केना करी , त सब स पहिल जरूरत अय वर्ड पॉवर के आ त अय लेल हम सलाह देब जे एकर लेल पहिले बच्चा-बुदरुक वला जे स्टोरी बुक या कॉमिक्स अय ओकरा पढ़ि आ तकर बाद ओय में स जे वर्ड बुझबा में नय आबै त शब्दकोशक मदद ल अर्थ स्पष्ट क ली । अय स की फायदा होयत जे अहाँ सबके व्यवहारिक अंग्रेजी जे बोलचाल में आबैत अय ओकर समझ विकसित भ जाईत आ अय सब्जेक्ट स डर गायब भ जायत । एक बेर जखने डर गायब भेल आहाँ ओय पर अधिक समय द ओकरा प्रतियोगिता परिक्षाक दृष्टीकोण स तैयार करै में कोनो दिक्कत हमरा बुझने नय हेबाक चाही । डेली अंग्रेजी के न्यूज पेपरक अध्ययन अवश्य करू किछ दिन जहन कमजोर वर्ड पॉवर के कारणे मोन अकक्ष हेबअ लागय त हड़बड़ा क ओकरा छोईर नय देब बल्कि ओकरा पर आर समय द क अपना के अंग्रेजी के आर करीब क लेब ।
    आब बात गणित के त ई ऐहन विषय अय जे एकरा पर काफी प्रैक्टिस के जरूरत होईत अय नय त ई कखन साफ भ जायत पताये नय चलत । मैथ के लेल हम ई सलाह देब जे ऐके बेर ट्रिकी मैथमैटिक्स नय बना क पहिले मैथक बेसिक कॉन्सेप्ट के डेवेलप करै पर फोकस करू । कियैक त ट्रिकी मैथमैटिक्स प्रोसेस सेहो कॉन्सेप्ट बेस्ड होईत अय । अंतर मात्र ऐतबा होईत अय जे ओय में स्टेप बाई स्टेप नय बना क दू स तीन स्टेप के गायब क देल जाईत अय । आब जा धरि आहाँ के बेसिक कॉन्सेप्ट क्लियर नय होईत आहाँ गायब भेल स्टेप के नय पकैड़ पेबै आ नय ट्रिक के समैझ पेबै तहन करबै की त लगबै ट्रिक के रट्टा मारअ । जे की एकदम स गलत काज हेतै कियैक त मैथ रटै के चीज नय छै । बेसिक कॉन्सेप्ट के बुझै वास्ते अहाँ के चाही जे आहाँ 8th , 9th , 10th ,11th आ 12th के मैथ बुक के बनाबी तकर बाद बाजार के ट्रिकी बुक के मदद ली या कोनो नीक टीचर लंग कोचिंग ल एकरा खूब मजबूत क ली ।
    जहाँ तक बात रीजनिंग के अय त 60% रीजनिंग सब के आबैत रहैत छै बाँकी 40% लेल कोनो नीक टीचर या सीनियर के मदद ल अय सब्जेक्ट के स्ट्रांग करल जा सकैत अय ।
    आब आऊ सामान्य अध्ययन के बात करी , सामान्य अध्ययन के तैयारी सलेक्टिवे करल जा सकैत अय कियैक त एकर परिसीमा अत्यंत फ़ैलल अय , जाही पर सम्पूर्ण कमांड नय करल जा सकैत अय । ताहि हेतु एतअ हम अहाँ सबके यैह सलाह देब जे 15 सालक क्वेश्चन बैंक में स सामान्य अध्ययन के अधिक स अधिक प्रश्न बनाबी ताकी ब्रेन में ई बात सेट भ पाबै जे कोण चैप्टर स कोण प्रश्न आबैत छै आ कोण नय आबैत छै । ओकर बाद आहाँ के चाही जे एक बेर NCERT के 8th स 12th तक के इतिहास, भूगोल, नागरिक , अर्थशास्त्र , भौतकी , रसायन आ जीव विज्ञान के नीक स अध्ययन करी । एक बेर यदी अहाँ NCERT पैढ़ लेलौं त कम स कम 70% सामान्य अध्ययन अपने स मजबूत भ जायत ।
    आब एकटा सेंगमेंट बचल सामान्य जागरूकता (GA) के , त अय लेल द हिन्दू न्यूज पेपर आ अन्य न्यूज पेपर के एडिटोरियल , 9pm स 11pm कोनो एकटा न्यूज चैनल के देखनाई आ एकटा स्तरीय मैग्जीन जेना प्रतियोगिता दर्पण के यदी अहाँ सब अपन रूटीन में शामिल करी , त GA में कोनो दिक्कत नय होयत । अंत में एतबे कहब जे सफलताक लेल कोनो शॉर्ट ट्रिक नय होईत अय मेहनत , मेहनत और मेहनत मात्र एकटा विकल्प छै ।

    राकेश झा जीएस, गुरु ( बैंकर्स अड्डा, दरभंगा )